Monday, 27 April 2015

Ye meri majburiya

#@nkit
यूं मेरी मज़बूरियों को मेरी बदकिस्मती मत समझना ..क्योंकि हम उन राहों से भी गुज़रे है जहाँ क़िस्मत तो क्या ..साया भी साथ नहीं देता