Monday, 13 April 2015

Hum.mehman nahi ronak ae mehfil hai

#@nkit
हम मेहमान नहीं,,,
रौनक-ऐ-महफ़िल हैं...
��
मुद्दतों याद रखोगे के कोई था जो शायरी दिल से सुनाता था...!!!����