Monday, 28 September 2015

Kuch log pasand krne Kage hai alfaz mere

#@nkit
कुछ लोग पसंद करने लगे है अल्फाज मेरे...
मतलब मोहब्बत में बरबाद और भी हुए है...!!

Hum nind ke shokin jyada to nahi

#@nkit
हम नींद के शौक़ीन तो ज्यादा नहीं लेकिन,
तुम्हारा ख्वाब ना देखे तो गुज़ारा नहीं होता...!!!

Daga de use yaar nahi kehte

#@nkit
दगा दे जाए उसे यार नहीं कहते,
ख़ुशी ना दे उसे बहार नहीं
कहते,
सिर्फ एक बार धडकता है दिल किसी के
लिए,
जो दुबारा हो जाये उसे प्यार नहीं कहते|

Jane us shaks ko kese

#@nkit
जाने उस शखस को कैसे ये हुनर आता हैं...
रात होती हैं तो आँखो में उतर आता हैं....
उसे अपने खयालो से कैसे निकाल द्...
जो मेरी सोच के हर रासते मे नजर आता हैं!!!!!!

Batau tumhe ek nishani udas

#@nkit
बताऊँ तुम्हे एक निशानी उदास लोगों की.
कभी गौर करना ये हँसते बहुत है....