Monday, 22 June 2015

suno ek chahat

#@nkit सुनो! एक चाहत थी... तेरे साथ यूँ ही बातों में गुजरे जिंदगी... वरना... मोहब्बत तो किसी से भी हो सकती थी !!

hum to uski har

#@nkit हम तो उसकी हर ख्वाईश पुरी करने का वादा कर बैठे, हमे क्या पता हमें छोड़ना भी उसकी ख्वाईश थी.

kaha mumkin hai

#@nkit कहाँ मुमकिन है ये सब बातें हम जैसे दीवानों से, बस जब दीवानगी बढ़ जाती है,तब शायरी बन जाती है...!!

tute hue sapne

#@nkit टूटे हुए सपनो और छुटे हुए अपनों ने मार दिया....!! . वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सिखने आया करती थी...!!

jism se hone wali

#@nkit
जिस्म से होने वाली मोहब्बत का इजहार आसान होता
है

"रुह से हुई मोहब्बत को समझाने में जिंदगी गुजर जाती हैं