Friday, 27 March 2015

Mohhabat ki anayat

#@nkit
मोहब्बत की अनायत
हम ने हर दुख को मोहब्बत की अनायत समझा,
हम कोई तुम थे जो दुनिया से शिकायत करते.

Nazre mile to pyar

#@nkit
नज़रे मिले
नज़रे मिले तो प्यार हो जाता है,
पलके उठे तो इज़हार हो जाता है,
ना जाने क्या कशिश है चाहत मैं,
के कोई अंजान भी हमारी ज़िंदगी का हक़दार हो जाता है.

Mahfil.se nikala mujhe

#@nkit
महफ़िल से निकाला मुझे नाकारा समझ कर,

क्या चाँद के नज़दीक सितारे नहीं होते…???

Muskura deta hu aksar

#@nkit
मुस्कुरा देता हूँ अक्सर देखकर पुराने खत तेरे,
तू झूठ भी कितनी सच्चाई से लिखती थी...

Nazar nazar ki baat hai

#@nkit
ये नजर-नजर की बात है कि किसे क्या तलाश है,

तू हंसने को बेताब है, मुझे तेरी मुस्कुराहटों की ही प्यास हैं…