Thursday, 26 February 2015

Jab alfaz ke panne

#@nkit
जब अल्फ़ाज़ पन्नों पे शोर करने लगें
समझ लेना सन्नाटे बढ़ गये हैं दिल में

Sunday, 22 February 2015

Kise pata hai ki

#@nkit
किसे पता है कि किसने जमाने में क्या किया है
हर कोई खामोश रहता है अपने ही गुनाहों पे

Pucha kisi ne unko yaad karte ho

#@nkit
पूछा किसी ने .....
तुम उनको याद क्यों करते हो
जो तुम्हे याद नहीं करते तड़प कर दिल बोला....
रिश्ते निभाने वाले
हिसाब किताब नहीं करते …!!

Tanhai ki is raat me

#@nkit
तनहाई की इस रात मे कुछ दर्द खंगाले जाते है..
आँखो से गिरते गिरते कुछ अश्क संभाले जाते है..

Kadra hoti hai

#@nkit
कद्र होती है इंसान की जरुरत पडने पर .
बिना जरुरत के तो हीरे भी तिजोरी मे रखे रेह्ते हे