Saturday, 21 February 2015

Shayad fir se vo

#@nkit
शायद फिर वो तक़दीर मिल जाये
जीवन के वो हसीं पल मिल जाये
चल फिर से बैठें वो क्लास कि लास्ट बैंच पे
शायद फिर से वो पुराने दोस्त मिल जाएँ ।

Tujhe yaad karta hu

#@nkit
.
तुझे याद करता हूँ तो ये शराब भी मेरा साथ छोड़ देती है और कहती है  बस कर पगले
उसका ग़म मिटाना मेरे बस की बात नहीं ....!!!

Chupa lo mujhe apni

#@nkit

छुपा लो इस तरह से मुझे अपनी बाहो मेँ
कि हवा को भी गुजरने की इजाजत
लेनी पडेँ..

Hal to puch loo

#@nkit
हाल तो पुंछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी..

ज़ब ज़ब सुनी हें कमबख्त मोहब्बत ही हुई है .......!!!!!!!!!

Kya hasren ittefak

#@nkit
क्या हसीन इत्तेफाक़
था तेरी गली में आने का....!!
किसी काम से आये थे, !!और
किसी काम के ना रहे....!!