Tuesday, 10 February 2015

Jo chiz meri hai use

#@nkit
जो चीज़ मेरी है उसे मेरे सिवा कोई और ना देखे...
इंसान भी मोहब्बत में बच्चों की तरह सोचता है #

Aaj bahut udas bethi ho

#@nkit
बहुत उदास बैठी हो
साहीबा आज....

कहो तो फिर से
दिल दूं खेलने के लिए

Ae samundar me tujhse

#@nkit
ऐ समन्दर.. मैं तुझसे वाकिफ हूं मगर इतना बताता हूं,
वो आंखें तुझसे ज्यादा गहरी हैं जिनका मैं आशिक हूं..!!

Koi nahi aaega

#@nkit
कोई नही आऐगा मेरी जिदंगी मे
तुम्हारे सिवा,,,
एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता...!!

Ek me tha jo thaq gya

#@nkit
एक मैं था जो थक गया लफ्ज़ ढूंढ ढूंढ कर !!
एक वो थी जो खरीदे हुए गुलाब देकर इज़हार कर
गयी !!