Wednesday, 4 February 2015

Hamara andaz kuch aesa hai

#@nkit
��हमारा अंदाज कुछ ऐसा है कि
.
जब हम बोलते हैँ तो बरस जाते हैँ..
और

जब हम चुप रहते हैँ तो लोग तरस जाते हैँ..!!��

Jikra tera hua to hum

#@nkit
जिक्र तेरा हुआ तो हम महफ़िल छोड़

आये...

हमें गैरों के लबों पे तेरा नाम

अच्छा नहीं लगता....

Unki nazro me fark

#@nkit
उनकी नजरो में,
फर्क अब भी नहीं...

पहले मुड़ के देखते थे,
और अब,
देख के मुड़ जाते हेै...

Halat kah rahe hai

#@nkit
हालात कह रहे हैं..
वो याद नहीं करेंगे
अब.....
����
उम्मीद कह रही हैं..
बस थोड़ा इन्तेजार
और कर..!!

Hame chahne walo

#@nkit
हमें चाहने वालों की कभी कमी ना रही,
कभी आसमां ना रहा कभी जमीं ना रही।