Saturday, 31 January 2015

jinki aankhe aansu se

#@nkit
"जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं, क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं, तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ, गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं"

na puch mere sabra

#@nkit
"ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं, तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं, वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं."

mere ishq me dard

#@nkit
"मेरे इश्क  में  दर्द  नहीं  था पर  दिल  मेरा  बे दर्द  नहीं  था, होती  थी  मेरी  आँखों  से  नीर  की  बरसात, पर  उनके  लिए  आंसू  और  पानी  में  फर्क  नहीं  था "

prem karke hamne kya

#@nkit
प्रेम करके हमने क्या पाया है,
बस अपना समय किया जाया है,
इश्क़ किया जिससे ज़हां से ज़्यादा,
उससे हमने बस धोखा खाया है.

yah aarju nahi ki

#@nkit
यह आरजू नहीं कि किसी को भुलाएं हम;
न तमन्ना है कि किसी को रुलाएं हम;
जिसको जितना याद करते हैं;
उसे भी उतना याद आयें हम.