#@nkit
"बहोत गुरुर है दरियाँ को अपने होने पर,
वो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियां उड़ जाएँ उसकी..........!"
Friday, 9 January 2015
bahut gurur hai
Thursday, 8 January 2015
hum aapka naam.
#@nkit
हम आपका नाम अब हथेलियों पर
नहीं लिखते.. कारोबार में सबसे हाथ
मिलाना पड़ता है..!
darr hai ki bichad
#@nkit
डर है कि बिछड़ ना जाए वो शक्स मुझ से...
जमाना मुझे तन्हा देखने का तलबगार बहुत है
kitna dur nikal.gye
#@nkit
कितना दूर निकल गए रिश्ते निभाते निभाते,
खुद को खो दिया मैंने अपनों को पाते पाते,
लोग कहते है दर्द है मेरे दिल में,
और हम थक गए मुस्कुराते मुस्कुराते...
Sunday, 28 December 2014
sukhe hotho se hi hoti h $
#@nkit
सूखे होटों से ही, होती है मीठी बातें,
प्यास बुझ जाए तो अलफ़ाज़ और इंसान दोनों बदल
जाते हैं..!!
Subscribe to:
Posts (Atom)