Thursday, 6 November 2014

Kya hu me

#@nkit
क्या हूँ मैं और क्या समझते है,
सब राज़ नहीं होते बताने वाले,
कभी तनहाइयों में आकर देखना,
कैसे रोते है सबको हसाने वाले |

Wednesday, 5 November 2014

Vo roya jarur hoga

#@nkit
वो रोया जरुर होगा खाली कागज़ देखकर ज़वाब में....
जिंदगी कैसी बीत रही है
पूछा था उसने ....!

Aansu nikal pade

#@nkit
आँसु निकल पडे ख्वाब मे उसको दुर जाते देखकर ,
आँख खुली तो एहसास हूआ इश्क सोते हुए
भी रुलाता है..

Juba na bhi bole to

#@nkit
जुबाँ न भी बोले तो,
मुश्किल नहीं...

फिक्र तब होती है जब,
खामोशी भी बोलना छोड़ दें...

Parakh agar hire ki karni hai

#@nkit
".....परख अगर हीरे की करनी है
तो कभी अंधेँरे मे मिलो,,,ऐ_दोस्त,,.,,,
......वरना धुप मे तो काँच के टुकडे
भी चमकते है......"