Monday, 10 May 2021

वो रोए तो मगर मुझसे मुँह मोड़कर रोए,

 वो रोए तो मगर मुझसे मुँह मोड़कर रोए,

कोई मजबूरी होगी जो दिल तोड़कर रोए,
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े,
मेरे बाद वो उन्हें जोड़-जोड़ कर रोए।

ऐसा नहीं है कि अब तेरी जुस्तजू नहीं रही,

 ऐसा नहीं है कि अब तेरी जुस्तजू नहीं रही,

बस टूट कर बिखरने की आरज़ू नहीं रही।

दिल की क्या बिसात थी निगाह-ए-जमाल में,

 दिल की क्या बिसात थी निगाह-ए-जमाल में,

इक आइना था टूट गया देख-भाल में।

हक़ीक़त ना सही तुम ख़्वाब बन कर मिला करो,

 हक़ीक़त ना सही तुम ख़्वाब बन कर मिला करो,

भटके मुसाफिर को चांदनी रात बनकर मिला करो।

इससे ज़्यादा तुझे और कितना करीब लाऊँ मैं,

 इससे ज़्यादा तुझे और कितना करीब लाऊँ मैं,

कि तुझे दिल में रख कर भी मेरा दिल नहीं भरता।

दिल से पूछो तो आज भी तुम मेरे ही हो,

दिल से पूछो तो आज भी तुम मेरे ही हो,

ये ओर बात है कि किस्मत दगा कर गयी। 

जिनका मिलना मुकद्दर में लिखा नहीं होता,

 जिनका मिलना मुकद्दर में लिखा नहीं होता,

उनसे मोहब्बत कसम से बा-कमाल होती है।

हम आपकी हर चीज़ से प्यार कर लेंगे,

 हम आपकी हर चीज़ से प्यार कर लेंगे,

आपकी हर बात पर ऐतबार कर लेंगे,
बस एक बार कह दो कि तुम सिर्फ मेरे हो,
हम ज़िन्दगी भर आपका इंतज़ार कर लेंगे।

तेरे ख्याल से खुद को छुपा के देखा है,

 तेरे ख्याल से खुद को छुपा के देखा है,

दिल-ओ-नजर को रुला-रुला के देखा है,
तू नहीं तो कुछ भी नहीं है तेरी कसम,
मैंने कुछ पल तुझे भुला के देखा है।