Friday, 16 January 2015

mujh se do katre

#@nkit
मुझ से दो क़तरे भी आंसू के छुपाए ना गए,
माँ तो आँखों में समन्दर को छुपा लेती है!

जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है,
माँ दुआ करती हुई ख्वाब में आ जाती है।