Monday, 27 April 2015

Mujhse duriya banakar to dekho

#@nkit
मुझसे दूरियाँ बनाकर तो देखो...फिर
पता चलेगा कितना नज़दीक हूँ मैं |

Badi der se dekh raha hu me

#@nkit
बड़ी देर से देख रहा हूँ, आज तस्वीर उसकी,,

देख कर जाने क्यूँ लगा कि, ये वो ना रही जो पहले थी...!!

Bada hi sakht mizaz hai

#@nkit
बड़ा ही सख्त मिजाज़ है वो शख़्स.

उसे याद रहता है कि मुझे याद नहीं करना है...!!

Jab bhi aai jara der se aai

#@nkit
जब भी आई, ज़रा सी देर को आई,,
ये नज़र भी अजीब है, किसी से मुँह फेर के आई...!!

Tujhe pyar karte hai

#@nkit
तुझसे प्यार करते है इसलिए तेरीफिकर करते है,
,जिस दिन नफरत करेंगे उस दिन तेरा जिकर भी नहीँ करेंगे...!!

Hazaar gum meri fitrat

#@nkit
हजार गम मेरी फितरत नही बदल सकते...क्या करू मुझे आदत हे मुस्कुराने की.....!

Apne kadmo.ke.nishan

#@nkit
अपने कदमों के निशान मेरे रास्तों से हटा दे,

कहीं ये न हो कि मैं चलते चलते तेरेे पास आ जाऊँ..

Khana paka.rahi thi

#@nkit

खाना पका रही थी ना.. इसलिये गरम हुं
ये कह कर छुपा लिया मां ने "बुखार" अपना

Aksar log puchte hai

#@nkit

अक्सर पूछते है लोग किसके लिए लिखते हो…
अक्सर कहता है दिल काश कोई होता…

Unne kaha har baat ki had

#@nkit
वो कहते हैं की हर बात की हद होती है..
मैं कहता हूँ,
जरुरत, शिकायत और दुआ
जब होती है तो बे-हद होती है..

Humse mukkamal.na hui

#@nkit
हमसे मुकम्मल ना हुई कभी "ऐ ज़िन्दगी" तालीम तेरी,,

शागिर्द कभी हम बन ना सके और उस्ताद तूने बनने ना दिया...!!

Mera dil.uski sab galti

#@nkit
मेरे दिल से उसकी हर
गलती माफ़ हो जाती है..
जब वो मुस्कुरा के पूछती है
नाराज हो क्या.?

Ye jaljale u hi nahi ate

#@nkit
ये जलजले यूँ ही बे.सबब नहीं आते......ज़रूर ज़मीन के नीचे कोई दीवाना तड़पता होगा.

Haq se de to nafrat bhi

#@nkit
हक़ से दे तो “नफरत” भी सर आंखों पर ,
खैरात में तो तेरी “मोहब्बत” भी मंजूर नहीं ।

Kisi me.pucha apna koi

#@nkit
किसी ने पूछा कोई अपना छोड़ कर चला जाये तो क्या करोगे,
"बहुत ही खूबसूरत जवाब"
अपना कभी छोड़ कर नहीं जाता और जो जाये वो अपना नहीं होता..!!

Kusurwar kisi ko kyu samjhe

#@nkit
कुसुरवार किसी ओर को क्युँ समझे....?गलती तो अपनी हैं !! ज़िंदगी बे-कदरों को सोंप दी, और प्यारलापरवाहों से कर बैठे.....

Thode ole is dil pe bhi

#@nkit
थोडे ओले इस दिल में भी बरसा दे ए मालिक .......
.उसकी यादों की फसल अब भी खड़ी है यहाँ

Jaruru nahi ki dil todne ke liy

#@nkit
ज़रूरी नहीं कि कुछ तोड़ने के लिए पत्थर ही उठाते हैं लोग...
बस' ज़रा सा लहजा बदल के बोलने से भी दिल टूट जाते हैं...

Shikayat tumhe

#@nkit
"शिकायत तुम्हें वक्त और ज़माने से नहीं-खुद से होगी,
.
कि मोहब्बत सामने थी और तुम दुनिया में उलझे रहें!"

Vo kya samjhega

#@nkit
वो क्या समझेगा जज़्बात मेरे..जिसने कभी किसी को आत्मा में उतारा ही न हो ....प्यार महज़ एक खेल है उसके लिए ..जिसने कभी किसी को दिल से चाहा ही नहीं हो

Lamhe judai ko bekarar karte hai

#@nkit
लम्हे जुदाई को बेकरार करते हैं,
हालत मेरे मुझे लाचार करते हैं,
आँखे मेरी पढ़ लो कभी,
हम खुद कैसे कहे की आपसे प्यार करते हैं.

Pao sukhe hue patto pe

#@nkit

पाँव सूखे हुए पत्तों पे
   अदब से रखना.....

धूप में माँगी थी तुमने
   पनाह इनसे कभी.....

Agar aapka waqt

#@nkit
अगर आप को वक़्त का पता नहीं चल रहा है,
तो इसका मतलब आप का वक़्त अच्छा चल रहा है..

Pata nahi ye badal.

#@nkit
पता नहीं ये बादल क्यों भटक रहे है दर-बदर ,,शायद  इनका  भी  कोई  अपना इनसे बात न करता हो

Is tarah hoti hai

#@nkit
इस तरह होती हैँ उनसे मुलाकातेँ हमारी,,
बात करती हैँ निगाहेँ, लब खामोश रहते हैँ..!!

Ye meri majburiya

#@nkit
यूं मेरी मज़बूरियों को मेरी बदकिस्मती मत समझना ..क्योंकि हम उन राहों से भी गुज़रे है जहाँ क़िस्मत तो क्या ..साया भी साथ नहीं देता

School ka beg phir se

#@nkit
स्कूल का वो बैग फिर से
थमा दे माँ.......
यह ज़िन्दगी का बोझ उठाना
बहुत मुश्किल है......||

Chal aa tere pero me marham.laga du

#@nkit
चल आ तेरे पैरो पर मरहम लगा दूं ऐ मुक़द्दर. कुछ चोटे तुझे भी आई होगी, मेरे सपनो को ठोकर मारकर।

Aur bhi banti lakire

#@nkit
और भी बनती लकीरें दर्द की शुकर है
खुदा तेरा जो हाथ छोटे दिए।

Chirag ae fikr

#@nkit
चिराग-ऐ-फिक्र यक़ीनन बुझा के सोते है।
मगर नसीब की शमा जला के सोते है।।
वो रोज़ ख्वाब में जन्नत को देखते होंगे।
जो अपनी माँ के पैर दबा के सोते है।।

Chahne ki had kab se

#@nkit
चाहने की हद कब से होने लगी....

हद से गुजरना ही तो मोहब्बत हैं......!!

Ye ishq badi

#@nkit
ये इश्क़ भी बड़ी नामुराद चीज़ है......

उसी से होता है जो किसी और का होता है......!!

Aaj nazar bhar ke dekh u laga

#@nkit
आज नजर भर उसे देखा तो यूँ लगा.....

जैसे प्यासे ने पानी पहली बार पिया हो......!!

Hukumat ki hai koi loot nahi

#@nkit
हुकूमत की है हमने कोई लूट नहीं......
.
.
.
.

वो नीलाम भी हुए......
तो आखरी बोली हमारी रहेगी.......!!

Hum to pagal hai

#@nkit
हम तो पागल हैं
शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही
दिल की बात कह जाते हैं

और कई लोग गीता पर हाथ रख कर भी
सच नहीं कह पाते है..

Jinke pass sirf sikke

#@nkit
जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ....
जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रहे ।

Monday, 13 April 2015

Meti palko ka ab

#@nkit
मेरी पलकों का अब नींद से कोई ताल्लुख।नहीं रहा अब
.
मेरा कौन है ये सोचने में अब रात गुज़र जाती है

Hum to pagal hai

#@nkit
हम तो पागल हैं
शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही
दिल की बात कह जाते हैं

और कई लोग गीता पर हाथ रख कर भी
सच नहीं कह पाते है..

Hukumat ki hai hamne

#@nkit
हुकूमत की है हमने कोई लूट नहीं......
.
.
.
.

वो नीलाम भी हुए......
तो आखरी बोली हमारी रहेगी.......!!

Aaj nazar bhar ke use

#@nkit
आज नजर भर उसे देखा तो यूँ लगा.....

जैसे प्यासे ने पानी पहली बार पिया हो......!!

Ye ishq usi se hota h

#@nkit
ये इश्क़ भी बड़ी नामुराद चीज़ है......

उसी से होता है जो किसी और का होता है......!!

Chahte kab had se

#@nkit
चाहने की हद कब से होने लगी....

हद से गुजरना ही तो मोहब्बत हैं......!!

Tumhe muskurata hua dekhta hu to

#@nkit
तुम्हें मुस्कुराता हुआ देखता हूँ तो यूँ लगता है मुझे......
.
.
.
.
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रूठी हुई ज़िन्दगी ने फिर से मेरा हाथ थाम लिया है ......!!

Hum.mehman nahi ronak ae mehfil hai

#@nkit
हम मेहमान नहीं,,,
रौनक-ऐ-महफ़िल हैं...
��
मुद्दतों याद रखोगे के कोई था जो शायरी दिल से सुनाता था...!!!����

Samet kar le jao apne jhute vade

#@nkit
समेट कर ले जाओ अपने झूटे वादों के किस्से....अगली मोहब्बत में तुम्हे फिर इनकी जरूरत पड़ेगी...

Ehsas e mohhabat ke liye

#@nkit
��एहसास-ए-मुहब्बत के लिए बस इतना ही काफी है,..
तेरे बगैर भी हम, तेरे ही रहते हैं...��

Ho ja meri ki itni

#@nkit
हो जा मेरी, कि इतनी मोहब्बत दूंगा तूझे ।
लोग हसरत करेंगे, तेरे जैसा नसीब पाने के लिए ।

Ye naRe churane ki aadat

#@nkit
��ये नजर चुराने की आदत आज भी नही बदली उनकी …
कभी मेरे लिए जमाने से और अब जमाने के लिए हमसे…��

Na jane que ret ki tarah

#@nkit
ना जाने क्यूँ रेत की तरह हाथों से निकल जाते हैं लोग

जिन्हें हम जिंदगी समझ कर कभी खोना नहीँ चाहते..