Friday, 4 April 2014

रोने से किसी

रोने से किसी को पाया नहीं जाता, खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता, वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए, पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए

उसके चले जाने के बाद

"उसके चले जाने के बाद हम महोबत नहीं करते किसी से . छोटी सी जिन्दगी है . किस किस को अजमाते रहेंगे."

आँखों में रहा

आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा