Friday, 28 February 2014

देर रत जब

"देर रत जब किसी की याद सताए, ठंडी हवा जब जुल्फों को सहलाये. कर लो आंखे बंद और सो जाओ क्या पता, जिसका है ख्याल वो खवाबों में आ जाये."

प्यार किया तो

"प्यार किया तो उनकी मोहबत नज़र आई, दर्द हुआ हमे तो पलके उनकी भर आई. दो दिलों की धड़कन में एक बात नज़र आई, दिल तो उनका धड़का पर आवाज़ इस दिल से आई."

Wednesday, 19 February 2014

वफ़ा का लाज

"वफ़ा का लाज हम वफा से निभायेगें,चाहत के दीप हम आँखों से जलाएंगे,कभी जो गुजरना हो तुम्हें दूसरे रास्तों से,हम फूल बनकर तेरी राहों में बिखर जायेंगे"

प्यार तो किया मेने बहुत

"प्यार तो किया मैंने बहुत, मगर इज़हार न करना आया, उसने पूछा तो मुझसे बहुत, मगर इकरार न करना आया"

पलकों को जब जब

"पलकों को जब-जब हमने झुकाया है,बस एक ही ख्याल आया है,कि जिस खुदा ने तुम्हें बनाया है,तुम्हें 'धरती' पर भेजकर वो कैसे जी पाया है"

कोई छुपाता है

"कोई छुपाता है, कोई बताता है, कोई रुलाता है, तो कोई हंसाता है, प्यार तो हर किसी को ही किसी न किसी से हो जाता है, फर्क तो इतना है कि कोई अजमाता है और कोई निभाता है"

सभी के चेहरे में

"सभी के चेहरे में वो बात नहीं होती, थोड़े से अँधेरे से रात नहीं होती, जिंदगी में कुछ लोग बहुत प्यारे होते हैं, क्या करें उन्ही से हमारी 'मुलाकात' नहीं होती

हम रूठे तो

"हम रूठे तो किसके भरोसे, कौन आएगा हमें मनाने के लिए, हो सकता है, तरस आ भी जाए आपको,पर दिल कहाँ से लाये, आप से रूठ जाने के लिए"

तुम दुआ हो मेरी

"तुम दुआ हो मेरी, सदा के लिए,मै जिंदा हूँ तुम्हारी, दुआ के लिए, कर लेना लाख शिकवे हमसे, मगर कभी खफा न होना खुदा के लिए"

छुप्पा लू तुझको

"छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह, कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे, मदहोश हो जाऊं तेरे प्यार में इस तरह, कि होश भी आने की इजाज़त मांगे"

उनके आने के इंतज़ार में

"उनके आने के इंतज़ार में हमनें, सारे रास्ते दिएँ से जलाकर रोशन कर दिए,उन्होंने सोचा कि मिलने का वादा तो रात का था,वो सुबह समझ कर वापस चल दिए"

पलकों से आँखों की

"पलकों से आँखों की हिफाजत होती है, दिल तो धड़कन की अमानत होती है, ये यादो का रिश्ता भी बड़ा अजीब है, करो तो तकलीफ और न करो तो शिकायत होती है"

पास आपके दुनिया का

"पास आपके दुनिया का हर सितारा हो, दूर आपसे गम का हर किनारा हो, जब भी आपकी पलकें खुलें, सामने वही हो जो आपको दुनिया में सबसे प्यारा हो"

प्यार हे हमको

"प्यार है हमको आपसे इस कद्र, जागते है इंतज़ार में अब तो हर पहर, आपके दीदार से होती है हर सहर, और आपके खुमार में उठती है प्यार की लहर"

खफा न होना हमसे

"खफा न होना हमसे, अगर तेरा नाम जुबां पर आ जाये, इंकार हुआ तो सह लेंगे और अगर दुनिया हंसी, तो कह देंगे, कि मोहब्बत कोई चीज़ नहीं, जो खैरात में मिल जाये, चमचमाता कोई जुगनू नहीं, जो हर रात में मिल जाये"

Wednesday, 5 February 2014

तूने कहा था

"तूने कहा था... हर 'शाम' मेंरे साथ 'गुजारोगी' क्या हुआ?? तुम बदल चुकी हो?? या फिर अब तेरे 'शहर' में ही 'शाम' ही नहीं होती..."

सदियों बाद

सदियों बाद उस अजनबी से मुलाक़ात हुई, आँखों ही आँखों में चाहत की हर बात हुई, जाते हुए उसने देखा मुझे चाहत भरी निगाहों से, मेरी भी आँखों से आंसुओं की बरसात हुई.

वो आए मेरी जिन्दगी में

"वो आऐ मेरी जिन्दगी में कहानी बनकर , इस दिल में रहे प्यार की निशानी बन कर, अकसर जिन्हें हम जगह देते है इस दिल में, वो आँखों से निकल जाते है पानी बन कर.."

जिन्दगी जैसे

ज़िन्दगी जैसे एक सज़ा सी हो गयी है, ग़म के सागर में कुछ इस कदर खो गयी है, तुम आ जाओ वापिस यह गुज़ारिश है मेरी, शायद मुझे तुम्हारी आदत सी हो गयी है.

इस दुनिया में

"इस दुनियाँ में सब कुछ बिकता है, फिर जुदाई ही रिश्वत क्युँ नही लेती? मरता नहीं है कोई किसी से जुदा होकर, बस यादें ही हैं जो जीने नहीं देती.."

याद आती है

याद आती है तो ज़रा खो जाते है, आंसू आँखों में उतर आये तो ज़रा रो लेते है, नींद तो नहीं आती आँखों में लेकिन, वो ख्वाबों में आएंगे यही सोच कर सो लेते है.

ज़माने से नहीं

"जमाने से नही तो तनहाई से डरता हुँ, प्यार से नही तो रुसवाई से डरता हुँ, मिलने की उमंग बहुत होती है, लेकिन मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरता हुँ।"

उसके इंतजार के मारे

"उसके इंतजार के मारे है हम.. बस उसकी यादों के सहारे है हम... दुनियाँ जीत के कहना क्या है अब? जिसे दुनियाँ से जीतना था आज उसी से हारे है हम."

दिल तेरी याद में

दिल तेरी याद में आहें भरता है, मिलने को पल पल तड़पता है, मेरा यह सपना टूट न जाये कहीं, बस इसी बात से दिल डरता है.

इंतजार करते करते

इंतज़ार करते करते वक़्त क्यों गुजरता नहीं, सब हैं यहाँ मगर कोई अपना नहीं, दूर नहीं पर फिर भी वो पास नहीं, है दिल में कहीं पर आँखों से दूर कहीं.

दूर तो तुम हो ही

"दूर तो तुम हो ही कुछ और दूर सही, पास होके भी पास मे नही, याद करता है तुम्हे ये दिल बार बार, याद रखना हम यु भूल ना जाना कही."

अंदाज ऐ प्यार

"अंदाज़-ऐ-प्यार आपकी एक अदा हे, दूर हो हमसे आपकी खता हे, दिल में बसी हे एक प्यारी सी तस्वीर आपकी, जिस के निचे “आई मिस यू” लिखा हे.."

एक अजनबी

एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है, इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है, उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद, फिर भी हर मोड़ पर उसी का इन्तज़ार क्यों है.

ऐ खुदा

ए खुदा मोहूबत भी तूने अजीब चीज बनाए है, तेरे ही बन्दे तेरी मस्जिद में तेरे ही सामने रोते है, लेकिन तुजे नहीं किसी और को पानेके लिये.

ज़माने से नहीं

"जमाने से नही तो तनहाई से डरता हुँ, प्यार से नही तो रुसवाई से डरता हुँ, मिलने की उमंग बहुत होती है, लेकिन मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरता हुँ।"

कोन कहता है

"कौन कहता है मुझे ठेस का एहसास नहीं, जिंदगी एक उदासी है जो तुम पास नहीं, मांग कर मैं न पियूं तो यह मेरी खुद्दारी है, इसका मतलब यह तो नहीं है कि मुझे प्यास नहीं."

सदियों के बाद

सदियों बाद उस अजनबी से मुलाक़ात हुई, आँखों ही आँखों में चाहत की हर बात हुई, जाते हुए उसने देखा मुझे चाहत भरी निगाहों से, मेरी भी आँखों से आंसुओं की बरसात हुई.

हर मुलाकात पर

"हर मुलाकात पर वक्त का तकाज़ा हुआ.. हर याद पे दिल का दर्द ताजा हुआ.. सुनी थी सिर्फ हमने गज़लों मे जुदाई की बातें.. अब खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ."

रत की तन्हाई

रात की तन्हाई में उनको आवाज़ दिया करते हैं, रात में सितारों से उनका ज़िक्र किया करते हैं, वो आयें या न आयें हमारे ख्वाबों में, हम तो बस उन्ही का इंतज़ार किया करते हैं.

क्या करूँगा

क्या करूँगा उसका इंतज़ार करके जब चली गई वो मुझे बर्बाद करके सोचा था अपना भी एक जहाँ होगा मगर मिली सिर्फ तन्हाई उसे प्यार करके.

तेरी ख़ामोशी

तेरी ख़ामोशी हमारी कमजोरी हैं, कह नहीं पाना हमारी मज़बूरी हैं, क्यों नहीं समझते हमारी खामोशियो को, खामोशियो को जुबा देना बहुत जरुरी हैं.

न तस्वीर है

"ना तस्वीर है उसकी जो दिदार किया जाऐ, ना पास है वो जो उससे प्यार किया जाऐ, ये कैसा दर्द दिया उस बेदर्द ने, ना उससे कुछ कहा जाऐ..ना उसके बिन रहा जाऐ.."

एक अजीब दास्ताँ है

"एक अजीब दास्तान है मेरे अफसाने की.. मैने पल पल कोशिश उसके की पास जाने की, किस्मत थी मेरी या साजिश थी ज़माने की, दूर हुई मुझसे इतना जितनी उमीद थी करीब आने की."

रत की तन्हाई

रात की तन्हाई में उनको आवाज़ दिया करते हैं, रात में सितारों से उनका ज़िक्र किया करते हैं, वो आयें या न आयें हमारे ख्वाबों में, हम तो बस उन्ही का इंतज़ार किया करते हैं.

Monday, 3 February 2014

यादो का पुलिंदा

तेरी यादो में बसकर अब तो हमें सिर्फ जीना है ऐ दोस्त
फूल तो हमारा ही था पर खुशबु कोई और ले गया ।।।
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@ank